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लेखनी प्रतियोगिता -05-Dec-2022

कागज़ और कलम के सहारे 

  लिख डाला आज और कल का किस्सा
बन गया जो कलम से मेरी जिंदगी का हिस्सा
हुआ बहुत अब नहीं बस सह लिया 
कलम से लिख कागज़ पर तलवारी किस्सा
जगा दूं आज दुनिया को सुना दूं अपने दिल का हाल अरमानी
कलम से कलमकार बनने का किस्सा है बड़ा ये रूमानी
वक्त जो बिताया कलम के सहारे
आज बन जाए मेरे जीवन का साज रूहानी।।
अदिति जैन

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3 Comments

Sachin dev

06-Dec-2022 05:20 PM

Bilkul sahi

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Punam verma

06-Dec-2022 07:36 AM

Very nice

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Gunjan Kamal

05-Dec-2022 07:40 AM

बहुत खूब

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